इतनी ऊँची उड़ान तक पहुँचे!
भूमि से आसमान तक पहुँचे!
थोड़ा सम्मान क्या मिला तुमको यार!
तुम तो गुमान
तक पहुँचे!
हाथ गीता-क़ुरान पर लेकिन]
होंठ झूठे बयान तक पहुँचे!
माल पहुँचा है] मालदारों तक]
सिर्फ़ वादे जहान तक पहुँचे।
गिध्द सब उड़ गये दरख़्तों से]
तीर ज्यों ही कमान तक पहुँचे।
ये सियासत की देन है]
टुच्चे-साइकिल
से विमान तक पहुँचे!
जब अँधेरों पे हो फ़िदा सूरज]
रात कैसे विहान तक पहुँचे]
मार हुंकार प्रलय के स्वर में]
पीर सत्ता के कान तक पहुँचे।
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