Sunday, 26 August 2012

khwab

हम तो मोहब्बत ढुंढने निकले थे..
कोई और न मिला तो तुमसे दिल लगा लिया..
हम तो लुटने ही चले थे..
खैर तुम्हारे हाथो ही सही...!!
ये मत सोच कि तुझमें कुछ बात हैं ..
जो हमने तुझे चाहा..
हम तो जलने ही चले थे..
खैर तुम्हारे हाथो ही सही..!!
ये मत सोच कि हम लुटके परेशां हैं..
या ग़म में कही डूबे हुए हैं..
खैर तुम्हारे हाथो ही सही..!!!



Zindagi ek Raat hai.... 
Jisme na jane kitne Khwaab hai..... 
Jo mil gaye wo Apne hai..... 
Jo tut gaye wo Sapne hai...




So enjoy every moments of ur Lovely Life..

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